ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

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मंगलवार, 21 अगस्त 2012

"कर्क लग्न की कुंडली में "कालसर्पयोग"हो तो ?"

---किसी  भी  जातक की कुंडली में "कर्क "लग्न हो साथ ही "कालसर्प योग "भी कर्क लग्न में हो तो -वैसे जातक  न अच्छी तरह कमा पाते हैं और न कामयाबी के साथ कोई व्यापार कर सकते हैं ।एक साथ कई काम करने की हिम्मत रखते हैं ,पर सब जगह अधूरे साबित होते हैं ।यदि वे डाक्टर ,वकील ,ज्योतिषी ,ट्यूटर ,कलाकार आदि स्वतंत्र कार्य क्षेत्र के विशेषग्य बन जायेंगें तो खूब धन कमाते हैं ।चारो तरफ शोहरत होती है फिर भी शारीर से स्वस्थ और परिवार से प्रसन्न नहीं रहते हैं ।।
-------{नोट -अगर आप "कर्क लग्न "के जातक हैं ,आपकी कुंडली में लग्न में यह -"कालसर्पयोग "हो तो फलित यथावत ही आपके जीवन में घटेगा }
-----प्रेषक ----पंडित कन्हैयालाल "झा शास्त्री "-=कार्यालय -ज्योतिष सेवा सदन मेरठ -उत्तर प्रदेश }
   ज्योतिष सदस्यों के हेतु उपलब्ध =हेल्प लाइन=09897701636=9358885616  

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