ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

निःशुल्क ज्योतिष सेवा ऑनलाइन रात्रि ८ से९ जीमेल पर [पर्तिदिन ]

शनिवार, 31 दिसंबर 2011

ज्योतिष सेवा {jha shastri}: "नई सोच,नई दिशा की राशि"वृष "=२०१२ एक झलक ?"

ज्योतिष सेवा {jha shastri}: "नई सोच,नई दिशा की राशि"वृष "=२०१२ एक झलक ?": "नई सोच,नई दिशा की राशि"वृष "=२०१२ एक झलक ?" वृष राशि -के जातक दृढ प्रतिग्य,अपनी दिशा स्वयं बनाते हैं | स्वभाव से मुश्किल काम को करन...

"नई सोच,नई दिशा की राशि"वृष "=२०१२ एक झलक ?"

"नई सोच,नई दिशा की राशि"वृष "=२०१२ एक झलक ?" 
     वृष राशि -के जातक  दृढ प्रतिग्य,अपनी दिशा स्वयं बनाते हैं | स्वभाव से मुश्किल काम को करने वाले होते हैं | स्वादिष्ट भोजन के आदि एवं लंबा कद युक्त प्रायः होते हैं | 
      २०१२ में -मन की खिन्नता रहेगी , किन्तु अपने कार्ज को तत्परता से करेंगें , असहनीय पीड़ा का गम नहीं करेंगें ,अपनी मंजिल को जरुर छू लेंगें | माता पिता से ,कर्मक्षेत्र से ,परिजनों से लाभ मिलने की आशा करेंगें | शत्रुओं से घिरे रहेंगें ,किन्तु राह आसानी से मिल जाएगी |  दाम्पत्य सुख की उम्मीद पूरी होगी,किन्तु कुछ को उलझनों से जूझना भी पड़ सकता है | आय की राह सरल होगी जो जीवन को सुख की अनुभूतियाँ प्रदान करेंगीं | खर्च का विशेष योग रहेगा | मित्रों की टोली में खर्च करना होगा जो यश एवं कीर्ति की गाथा बनेगी | शिक्षा ,संतान से लाभ मिलेंगें | दूर की यात्रा करनी पड़ेगी | नई खोज एवं नई दिशा के कारन नाम होगा ||
      {१}-लग्न में केतु है जो २०१२ में मन को खिन्न रखेगा |
      {2}-चौथा मंगल -संपत्ति ,वाहन एवं माता -पिता तथा कर्मक्षेत्र से लाभ पहुंचाएगा |
       {३}आठवां राहू-स्वास्थ पीड़ा देगा|
अतः -शनिवार को -कुत्ते के शावकों को दूध पिलायें | मंगलवार को हनुमान जी की आराधना करें | 
          नववर्ष मंगलमय हो ?
   एकबार निःशुल्क ज्योतिष सेवा मिलेगी |
        रात्रि ८ से ९ में जरू प्राप्त करें |
         ०९३५८८८५६१६,09897701636

शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011

ज्योतिष सेवा {jha shastri}: स्थिर एवं दक्षता के प्रतीक"मेष" राशि के =२०१२?"

ज्योतिष सेवा {jha shastri}: स्थिर एवं दक्षता के प्रतीक"मेष" राशि के =२०१२?": स्थिर एवं दक्षता के प्रतीक"मेष" राशि के =२०१२?" -मेष राशि के जातक -स्थिर एवं दक्ष होते हैं | २०१२ नववर्ष की शरुआत होने वाली ...

स्थिर एवं दक्षता के प्रतीक"मेष" राशि के =२०१२?"

        स्थिर एवं दक्षता के प्रतीक"मेष" राशि के =२०१२?"  
     -मेष राशि के जातक -स्थिर एवं दक्ष होते हैं | २०१२ नववर्ष की शरुआत होने वाली है |इस साल मेष - राशि के लोग -राहत महसूस करेंगें | मन अनुकूल नहीं रहेगा किन्तु दाम्पत्य सुख ,पराक्रम एवं भाई बंधुओं से सुख की अनुभूतियाँ मिलेगीं | शिक्षा ,एवं संतान के क्षेत्र में लाभ मिलेगा | धन का आगमन होगा ,किन्तु धन का गमन भी होगा |भाग्योदय होगा | नौकरी एवं बड़ों से लाभ मिलने वाले हैं | स्वास्थ की पीड़ा हो सकती है | आय का अनायास अपलब्धि मिलेगी | जिनकी शादी हो चुकी हैं -उन्हें दाम्पत्य सुख में संघर्ष अर्थात -उलझनें हो सकती है | नए -नए आयाम नित्य देखने को मिलेगा | पुराना का नूतन में परिवर्तन होगा | वाहन,संपत्तिके योग बनेंगें | विवाद से मुक्ति मिलेगी | व्यापार पत्नी के नाम से लाभदायक रहेगा | आपकी कोशिश सफल रहेगी | स्थान का परिवर्तन होगा | 
    {१}उदर रोग से बचें | धन का गमन से बचने के लिए ,निर्णय तुरंत न लें | उत्तम समय का लाभ तत्काल उठायें |
{२}-गुरु की उपासना से लाभ होगा | शनि की दृष्टि से हानी होगी अतः -शत्रुओं से नजर न मिलें ,शांत रहें | चने का दान या पक्षियों को दाना जरुर डालें शनिवार को ||
   आपका नव वर्ष मंगल मय हो ||
         भवदीय -झा शास्त्री " मेरठ |
                 ज्योतिष सेवा रात्रि ८से९ सम्पर्कसूत्र द्वारा -०९८९७७०१६३६,09358885616   

गुरुवार, 29 दिसंबर 2011

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: " २०१२ की चार विशेष बात ?"

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: " २०१२ की चार विशेष बात ?": " २०१२ की चार विशेष बात ?" २०१२ में {४} -कौन सी चार विशेष बातें होंगीं आइये जानते हैं -"नजर ज्योतिष की ?" {१}-२०१२ -में रेवती नक्षत्...

" २०१२ की चार विशेष बात ?"

"  २०१२ की चार विशेष बात ?"
२०१२ में {४} -कौन सी चार विशेष बातें होंगीं आइये जानते हैं -"नजर ज्योतिष की ?"  
  {१}-२०१२ -में रेवती नक्षत्र का योग न के बराबर है ,इसलिए जल की स्थिति सही नहीं कही जा सकती है | अतः वर्षा की स्थिति अनुकूल नहीं होने से वनस्पति {पैदावार } अनुकूल नहीं रहेगी | राज्य सरकारें आपस में लडती -झगडती रहेंगीं |
   {२}२०१२-में भरणी नक्षत्र अत्यधिक होने से -पशुचारा घास -फूंस की कमी नहीं रहेगी | फल -फूल सब्जियों का उत्पादन बढेगा |
  {३}-मृगशिरा नक्षत्र -का अभाव होने से-वायुस्तम्भ लडखडा गया है -अर्थात हवा अनियमित वेग से चलेगी | आंधी -तूफान ,अनायास वर्षा से भारी क्षति होगी | सौर तूफान अथवा समुद्रीतूफान भारी हानी होगी |कहीं भारी घुटन रोग एवं उत्पात का कारन बनेगी |
   {४}-२०१२ में -पुनर्वसु नक्षत्र न होने से अन्न की स्थिति बिगड़ जाएगी | ओसतन खेती में पैदावार कम होगी | खड़ी फसलों में अतिवृष्टि -अनावृष्टि ,तुषारपात ,ओलावृष्टि एवं हिमपात के कारण विशेष क्षति होगी | आयात -निर्यात नीतिमें सुधर नहीं हुआ तो कमरतोड़ मंहगाई बढ़ेगी ||
      भवदीय -"झा शास्त्री " {मेरठ }
         ज्योतिष सेवा सभी मित्रों के लिए -रात्रि  ८ से९ |
            सूत्र -०९८९७७०१६३६,09358885616   

बुधवार, 28 दिसंबर 2011

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: {२०१२ } -देश -विदेशों - में क्या होगा ?"

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: {२०१२ } -देश -विदेशों - में क्या होगा ?": {२०१२ } -देश -विदेशों - में क्या होगा ?" १३अप्रैल २०१२ वैशाख कृष्ण अष्टमी शुक्रवार सायं ७बज्कर १९मिनत पर सूर्य भगवान् -अश्विनी नक्षत...

{२०१२ } -देश -विदेशों - में क्या होगा ?"

 {२०१२ } -देश -विदेशों - में क्या होगा ?" 
    १३अप्रैल २०१२ वैशाख कृष्ण अष्टमी शुक्रवार सायं ७बज्कर १९मिनत पर सूर्य भगवान् -अश्विनी नक्षत्र -मेष 
राशि में प्रवेश करेंगें ||
      {१}-अंतर्राष्ट्रीय जगत में नई तकनीक  के माध्यम से होने वाले लाभ के मालिक सूर्य तथा चंद्रमा केन्द्रगत गुरु के साथ बैठे हैं | जो विज्ञानं के क्षेत्र में पर्याप्त उन्नति कर्वएंगें ||
     {२}-भौतिक संसाधन उतरोत्तर बढ़ते जायेंगें | विश्व लग्न में -उच्च का शनि बैठा है,एवं लग्नेश शुक्र  आठवे स्थान {मृत्यु }पर केतु के साथ हैं ,साथ ही विश्व कुंडली में गुरु ,सूर्य तथा शनि का प्रतियोग भी है | इस कुयोग के कारण-संवत -२०६९ में २२मार्च -२०१२ से १०अप्रैल २०१३ तक की समयावधि में बढ़ते ईसा -मूसा के विरोध में अत्यधिक मारक हथियार ,गोला- बारूद,बहुविनाशकारी बम आदि खूब बनाये जायेंगें | हथियार संग्रह सैन्य  बल वृद्धि में कोई भी देश पीछे नहीं रहेगा |दूसरों को शांति का पाथ पढ़ाएंगे -स्वयं अपनी अपनी ही राह पर चलेंगें |{३}-विश्व की सोच अपने -अपने बचाब पर रहेगी | अमेरिका -आदि समृद्ध देश छोटे देशों पर अपना दबाब बनाने का पर्यास करेंगें | आतंकवाद से भयभीत भी रहेंगें |
   संसार की घटना के लिए शास्त्रों का मत =
         तुला लग्ने मध्य देशे,छत्र भंगश्च विग्रहः |
         धान्यस्य विक्रयः प्राच्यां छत्र भंग्मुपद्रवः ||
 के अनुसार पश्चिम के देश पाकिस्तान आदि में भारी विग्रह होगा |खाड़ी के देशों में युद्ध की त्रासदी झेलनी पड़ सकती है | पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति के रुख में बदलाव हुआ तो टकराव का रास्ता साफ हो जायेगा |शनि का वेध पृथ्वी के किसी भाग को तहस -नहस कर सकता है ||
           --सूर्यपुत्रो तुलायाति,ह्य्ग्नुपद्र्वमादिशेत |
               सप्त धान्य महर्घनी मेदिनी नष्ट कारिका  ||
संवत २०६९ में तेजी का चक्र चलेगा | यदि मंदी की शुरुआत हो गयी तो थमने का नाम नहीं लेगी | किसी देश की मुद्रा फेल हो सकती है |
    भवदीय -झा शास्त्री {मेरठ }
       ज्योतिष सेवा रात्रि ८ से९ सभी के लिए |
        संपर्क -०९८९७७०१६३६,09358885616                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          

मंगलवार, 27 दिसंबर 2011

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: "विस्वावसु" संवत २०६९{२०१२}का संसार के ऊपर प्रभाव ...

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: "विस्वावसु" संवत २०६९{२०१२}का संसार के ऊपर प्रभाव ...:     "विस्वावसु" संवत २०६९{२०१२}का संसार के ऊपर प्रभाव ?"  श्रीसंवत २०६९ का शुभारम्भ २२ मार्च २०१२ गुरूवार रात्रि ८.०६ बजे पर  उदित  कन्या ...

"विस्वावसु" संवत २०६९{२०१२}का संसार के ऊपर प्रभाव ?"

    "विस्वावसु" संवत २०६९{२०१२}का संसार के ऊपर प्रभाव ?"
 श्रीसंवत २०६९ का शुभारम्भ २२ मार्च २०१२ गुरूवार रात्रि ८.०६ बजे पर  उदित  कन्या  लग्न  से हो रहा है | साथ ही कुंडली में भाग्येश धनेश शुक्र आठवे स्थान में विरोधी ग्रह के साथ बैठा है | वर्ष का आरम्भ लग्न पापकर्तरी योग में नेष्ट है |जिस वर्ष की लग्न पापकर्तरी योग में होती है ,उस वर्ष दैहिक ,दैविक एवं भौतिक संताप विशेष होते है | झगडे -झमेले खूब होते हैं | वर्ष का सञ्चालन शुक्र के हाथ में होगा ,जो स्वभावतः -मलेछ प्रवृत्ति एवं स्त्री करक ग्रह है | अतः -स्त्रियों के साथ -साथ नपुंशक ,अल्पसंख्यक ,निम्न्स्रेनी ,नीच प्रकृति के लोगों का वर्चस्व बढेगा |सरकार की सोच भी अयोग्यता की तरफ वोट बैंक की खातिर सिमटती जाएगी |
      ---अपूज्या यत्र पूज्यन्ते ,पूज्यानाम च व्यतिक्रमः |
            त्रोन त्रीनी भविष्यन्ति ,दुर्भिक्षं मरणं भयम ||
-जब अपूज्य लोगों की पूजा होने लगे ,एवं पूज्य लोग अपूज्य हो जाय तो -विनाश के योग बनने लगते हैं | 
वर्ष प्रवेश कुंडली में विरोधी ग्रह गुरु शुक्र अष्टम भाव में { गृहयुद्ध  लड़ाई -झगडे वाले स्थान पर बैठे हैं } हैं ,इससे स्पष्ट है कि देश में राजा -प्रजाजनों में तथा सम्प्रदायक दंगे -फसाद खूब होंगें | धर्मांध मठाधीश लोलुप्चारि नेता भोली भली जनता को लड्वाएंगें-- गुरु शुक्रो यदैकस्थो नर युध्हम तदा भवेत् |
                                                   अकाले वा भवेद वृष्टिरजगत्यां  नात्र संशयः ||
भाव -कहीं अकाल पड़ेगा ,कहीं भारी वर्षा होगी ,बर्फबारी होगी ,कहीं सूखा पड़ेगी तो कहीं आंधी -तूफान जानलेवा सीधी होंगें |--पूवी उत्तर प्रदेश ,गुजरात ,झारखण्ड ,छतीसगढ़ ,पंजाब ,जम्मू -कश्मीर तथा हिमाचल में सर्वाधिक उत्पात मचेंगें | सुश्री मायावती तथा मोदीजी की सरकार के लिए समय कुछ अनुकूल नहीं रहेंगें |इस वर्ष चार महानगर ,चार प्रसिद्द देवस्थान ,चार बड़े होटल -ग्रहवेध के कार त्रस्त होंगें |
   भवदीय -"झा शास्त्री {मेरठ }
       ज्योतिष सेवा सभी मित्रों के लिए रात्रि ८ से९ रहती है ||
         सम्पर्कसूत्र -०९८९७७०१६३६,०९३५८८८५६१६,         

सोमवार, 26 दिसंबर 2011

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: २०१२-की प्रमुख घटित होने वाली "घटनाएँ"?

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: २०१२-की प्रमुख घटित होने वाली "घटनाएँ"?:   २०१२-की प्रमुख घटित होने वाली "घटनाएँ"?   राजा एवं मंत्री स्वयं शुक्र हैं २०१२ के |-जो झगडे -झमेले खूब दिखाएंगें | कहीं सत्ता का परिवर्तन...

२०१२-की प्रमुख घटित होने वाली "घटनाएँ"?

  २०१२-की प्रमुख घटित होने वाली "घटनाएँ"? 
 राजा एवं मंत्री स्वयं शुक्र हैं २०१२ के |-जो झगडे -झमेले खूब दिखाएंगें | कहीं सत्ता का परिवर्तन होगा तो कहीं आरक्षण के कारण क्लेश होंगें | भ्रष्टाचार की बढ़ोत्तरी होगी | भारत ,पाकिस्तान ,अफगानिस्तान आदि एशिया के देशों में युद्ध के संकेत बनेंगें किन्तु शांति की जीत होगी | आतंकवादी अधिक ही पड़ेशान करेगी | अमेरिका आदि देश छोटे देशों पर दबाब बनाने का विशेष कोशिश करेंगें ||
 {१}-पश्चिमी देशों में हिंसा होगी ,जो थमने का नाम नहीं लेगी |स्वदेश में राजतन्त्र की कमजोड़ी के कारण -चोरी डकैती ,लूटपाट ,आगजनी ,बालहत्या ,विदूषी महिलाओं का अपमान , तोड़ -फोड़ ,हड़ताल ,तालाबंदी ,श्रमिक आक्रोश,हिंसक उपद्रव के कारण देश में भयभीत की स्थिति रहेगी ||
   {2}-कश्मीर समस्या यथावत रहेगी | चीन से खटपट हो सकती है | बदलते राजतन्त्र का वर्चस्व कायम नहीं हो पयेगा | जनतंत्र पर  भ्रष्टतंत्र हावी होता जायेगा | इस वर्ष आरक्षण तथा भ्रष्टतंत्र का मुद्दा केंद्र में रहेगा | भारत के दो प्रदेशों में अलग राज्य बनाने की आवाजें बहुत उठेंगी |
   {३}-प्राकृतिक प्रकोप होगा | अतिवृष्टि -अनावृष्टि होगी | आंधी -तूफान आयेंगें | भूकंप -भूस्खलन होंगें | अग्निदाह ,ज्वालामुखीविस्फोट तो कहीं सुनामी लहरों के  कारण जन - धन की हानी होंगीं | २०१२ में असाध्य बीमारी फैल सकती है ||
   {४}=अंतर्राष्ट्रीय जगत में तेजी -मंदी का संतुलन बिगड़ सकता है |उपयोगी वस्तुएं ,तेल -पानी के आभाव में चारो तरफ हो -हल्ला मचेगा | युध्ह के संकेत मिलने लगेंगें | पश्चीमोत्तर सीमाओं पर चौकसी विशेष बरतनी  चाहिए |
  {५}=कलियुगी करतूत ,छल -कपट,दंभ ,पाखंड ,.सूरा -सुन्दरी ,घोटालेबाजी तथा सत्तारूढ़ दल उठा पटक के चलते किंचित बदलाव नेताओं की होगी ||
    भवदीय -झा शास्त्री {मेरठ }
         ज्योतिष सेवा  रात्रि  ८ से ९ में प्राप्त करें |
                  -09897701636,09358885616  
   

रविवार, 25 दिसंबर 2011

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: गुरु एवं शुक्र की स्थिति ,विवाह की कैसी रहेगी परिस...

"हर पल आपके साथ चलना चाहते हैं: गुरु एवं शुक्र की स्थिति ,विवाह की कैसी रहेगी परिस...: गुरु एवं शुक्र की " स्थिति" ,विवाह की कैसी रहेगी- "परिस्थिति" {२०१२} गुरु अर्थात - बृहस्पति ३ मई २०१२ को पश्चिम में अस्त होंगें | ...

गुरु एवं शुक्र की स्थिति ,विवाह की कैसी रहेगी परिस्थिति {२०१२}

गुरु एवं शुक्र की " स्थिति" ,विवाह की कैसी रहेगी- "परिस्थिति" {२०१२}
       गुरु अर्थात - बृहस्पति ३ मई २०१२ को पश्चिम में अस्त होंगें |
                                   29-मई २०१२ को गुरु पूर्व दिशा उदित होंगें ||
             शुक्र -२-जून-२०१२ में अस्त होकर केवल  नौ दिन बाद ११-जून-२०१२को पुनः उदित होंगें ||
                  पुनः =१२-फरवरी २०१३ में शुक्र अस्त होकर आगामी संवत =२०७० चैत्र शुक्ल एकादशी के समीप उदित होंगें ||
    भाव --गुरु एवं शुक्र के अस्त्काल के समय ,पितृपक्ष ,धनु मीन एवं खर मास एवं १८-अगस्त से १६सितम्बर तक अधिक मास तथा भाद्रपद होने के कारण शुध्ह मुहूर्तों का आभाव रहेगा ||
     गुरु नवांश के श्रेष्ठ फल = १६-मई २०१२ तक में में गुरु मित्र्क्षेत्री रहेंगें | आगे १७-मई-२०१२से३१मेए२०१३तक शत्रुक्षेत्री वृष राशि में गमन करेंगें | १८-अप्रैल -२०१२ से १७-मई-२०१२तक मित्र क्षेत्री नवांश में गुरु का अच्छा फल देखने को मिलेगा | आगे -१४-जून २०१२ से १६-जुलाई२०१२  तक,२६-अगस्त-२०१२से११-नवम्बर २०१२तक ,आगे २०१३मेन ५जन्वरि से २४-फरवरी तक १३-अप्रैल से  १६.-मई २०१३ तक नवमांश में गुरु उत्तम फल दाई माने जायेंगें ||
     भवदीय - निवेदक -ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "मेरठ |
         ज्योतिष सेवा सभी मित्रों के लिए -रात्रि  8 se9 ,
                       09897701636,०९३५८८८५६१६,