"कर्मकांड की पाठशाला "
अनभ्यासे विषम विद्या -अभ्यास नहीं करने पर विद्या विष के सामान हो जाती है |अजिरने भोजनं विषम -अत्यधिक भोजन करने पर भोजन भी जहर के सामान हो जाता है | विषम सभा दरिद्र्सय -जानते हैं ,विद्वानों की सभा में कोई अनपढ़ हो तो ?दुश्कलो मानिनो विषम -और जब मन खिन्न रहने लगे तो वो भी विष के सामान हो जाता है.|

-आजीवन सदस्यता शुल्क -1100.rs,जिसकी आजीवन सम्पूर्ण जानकारी सेवा सदन के पास होगी ।। --सदस्यता शुल्क आजीवन {11.00- सौ रूपये केवल । --कन्हैयालाल शास्त्री मेरठ ।-खाता संख्या 20005973259-स्टेट बैंक {भारत }Lifetime membership fee is only five hundred {11.00}. - Kanhaiyalal Meerut Shastri. - Account Number 20005973259 - State Bank {India} Help line-09897701636 +09358885616
ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }
निःशुल्क ज्योतिष सेवा ऑनलाइन रात्रि ८ से९ जीमेल पर [पर्तिदिन ]
-
---जिस दिशा में 'शुक्र "सम्मुख एवं जिस दिशा में दक्षिण हो ,उन दिशाओं में बालक ,गर्भवती स्त्री तथा नूतन विवाहिता स्त्री को यात्रा ...
-
लता -पता -आदि दश दोष निवारण के बिना "विवाह -संस्कार"अहित कारक हो जाता है ?" -"विवाह " में मुख्य रूप से लता ...
-
"Mr. era -2013 +2014 = 2070, ie, the idea of the solar system?" ----- April 13, 2013 Chaitra Shukla Tritiya 1 Bjkr 29 minutes ...
-
King Martin Luther's Words:- "two bulls always fight in every person's minnd, Good & bed..Do U know w...
-
--नक्षत्र २७ हैं ,सभी जानते हैं ,किन्तु सभी नक्षत्रों की संज्ञा एवं उन नक्षत्रों में हम कोन सा कार्ज करें --शास्त्रकारों के विचार को जा...
मंगलवार, 26 अक्टूबर 2010
"कर्मकांड की पाठशाला "
प्रस्तुतकर्ता
ज्योतिष सेवा सदन { पंडित कन्हैयालाल झा शास्त्री "}{मेरठ }
पर
मंगलवार, अक्टूबर 26, 2010


सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
1 टिप्पणी:
"कर्मकांड की पाठशाला "
अनभ्यासे विषम विद्या -अभ्यास नहीं करने पर विद्या विष के सामान हो जाती है |अजिरने भोजनं विषम -अत्यधिक भोजन करने पर भोजन भी जहर के सामान हो जाता है | विषम सभा दरिद्र्सय -जानते हैं ,विद्वानों की सभा में कोई अनपढ़ हो तो ?दुश्कलो मानिनो विषम -और जब मन खिन्न रहने लगे तो वो भी विष के सामान हो जाता है.|
एक टिप्पणी भेजें