ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }

निःशुल्क ज्योतिष सेवा ऑनलाइन रात्रि ८ से९ जीमेल पर [पर्तिदिन ]

सोमवार, 25 अक्तूबर 2010

"किम सत्यम "=सत्य क्या है |

                                                  "किम सत्यम "=सत्य क्या है |
जीव जबसे माँ के गर्भ में आते हैं ,तो साकार "हरि " से होते हैं ,और जब तक जीते हैं ,तब भी "हरि "की कृपा पर ही जीते हैं ,जब चलने का समय आता है -तब भी " हरि "ही साथ होते हैं ,परन्तु जब से जीव भूमंडल पर आते हैं -माता पिता ,भाई बंधुओं ,परिजनों से सम्बन्ध बनते हैं -या तो ये हमें छोर देते हैं ,या हम? इसलिए "हरि "ही सत्य है और संसार झूठा है |

कोई टिप्पणी नहीं: