"देश -विदेश एवं व्यापार -ज्योतिष पाक्षिक विचार १०-०१से२३-०१-२०१२ तक ?"
"यत्र मासे महिसुनोर्जायन्ते पंचवासराः|
रक्तेन पूरिता पृथ्वी छत्र भंगसतदा भवेत् ||
भाव -जिस मास में पांच मंगलवार पड़े , तो अनहोनी घटनाएँ घटती है |अंतरराष्ट्रीय जगत में विवाद का जोड़ शुरू हो जाता है | युद्ध के कारण उथल -पुथल होने लगती है | विश्व के किसी भी देश में साम्प्रदायिक दंगे की शुरुआत होने की संभावनाएं होतीं हैं | राहत के कार्यों में विशेष धन खर्च होता है ||
"क्षेम मारोग्य्म वर्षायाह प्रब्लोदयः ,सस्योत्पत्तिः प्रजाः सौख्यं सोमवारे प्रवर्तते ||
इस पक्ष में सोमवती अमावस्या के कारण उत्तम रहेगा,खेती में विशेष उन्नति होगी |उद्योग -धंधों में उत्पादन बढेगा | मन के अनुकूल वस्तुओं की प्राप्ति से लोग खुश होंगें | खेल जगत में विजय का संयोग बनेगा | शांति की "भारत" की कोशिश के कारण नाम होगा ||
तेजी मंदी = शनि के कारण मंदी का योग बनेगा ,किन्तु गुरु और शनि का योग तेजी का संकेत भी देता है |
"कुम्भ राशो स्थिते शुक्रे सुभिक्ष्म प्रचुरं जलम,भवत्यत्र न संदेहों लोकाः सर्वे निरामयाः |
के अनुसार -कुम्भ राशि स्थित शुक्र उत्तम फलदायक सिद्ध होगा | चालू मार्केट {बाजार } के भावों में उतार चढाव कम होगा |पक्ष के आरम्भ के भाव अंत में स्थिर हो जायेंगें | सिंह राशि स्थित मंगल -लाल वस्तुओं के दाम में तेजी करेंगें ||
आकाश लक्षण =बुध अस्त के प्रभाव से -यत्र -तत्र {जहाँ -तहां }बादल ,हलकी वर्षा का योग बनाएगा | कही -कहीं भरी वर्षा के योग भी बनेंगें | ओलावृष्टि ,बर्फबारी ,पला पड़ने ,कोहरा छाया रहने से क्षति होगी | यान -खान दुर्घटना ,भूकंप ,दिग्दाह ,की भी उम्मीदें हैं ||
भवदीय -ज्योतिष सेवा सदन" झा शास्त्री "{मेरठ }
ज्योतिष सेवा सभी मित्रों को एकबार अवश्य मिलेगी -रात्रि ८ से९ |
सूत्र-09897701636,09358885616
"यत्र मासे महिसुनोर्जायन्ते पंचवासराः|
रक्तेन पूरिता पृथ्वी छत्र भंगसतदा भवेत् ||
भाव -जिस मास में पांच मंगलवार पड़े , तो अनहोनी घटनाएँ घटती है |अंतरराष्ट्रीय जगत में विवाद का जोड़ शुरू हो जाता है | युद्ध के कारण उथल -पुथल होने लगती है | विश्व के किसी भी देश में साम्प्रदायिक दंगे की शुरुआत होने की संभावनाएं होतीं हैं | राहत के कार्यों में विशेष धन खर्च होता है ||
"क्षेम मारोग्य्म वर्षायाह प्रब्लोदयः ,सस्योत्पत्तिः प्रजाः सौख्यं सोमवारे प्रवर्तते ||
इस पक्ष में सोमवती अमावस्या के कारण उत्तम रहेगा,खेती में विशेष उन्नति होगी |उद्योग -धंधों में उत्पादन बढेगा | मन के अनुकूल वस्तुओं की प्राप्ति से लोग खुश होंगें | खेल जगत में विजय का संयोग बनेगा | शांति की "भारत" की कोशिश के कारण नाम होगा ||
तेजी मंदी = शनि के कारण मंदी का योग बनेगा ,किन्तु गुरु और शनि का योग तेजी का संकेत भी देता है |
"कुम्भ राशो स्थिते शुक्रे सुभिक्ष्म प्रचुरं जलम,भवत्यत्र न संदेहों लोकाः सर्वे निरामयाः |
के अनुसार -कुम्भ राशि स्थित शुक्र उत्तम फलदायक सिद्ध होगा | चालू मार्केट {बाजार } के भावों में उतार चढाव कम होगा |पक्ष के आरम्भ के भाव अंत में स्थिर हो जायेंगें | सिंह राशि स्थित मंगल -लाल वस्तुओं के दाम में तेजी करेंगें ||
आकाश लक्षण =बुध अस्त के प्रभाव से -यत्र -तत्र {जहाँ -तहां }बादल ,हलकी वर्षा का योग बनाएगा | कही -कहीं भरी वर्षा के योग भी बनेंगें | ओलावृष्टि ,बर्फबारी ,पला पड़ने ,कोहरा छाया रहने से क्षति होगी | यान -खान दुर्घटना ,भूकंप ,दिग्दाह ,की भी उम्मीदें हैं ||
भवदीय -ज्योतिष सेवा सदन" झा शास्त्री "{मेरठ }
ज्योतिष सेवा सभी मित्रों को एकबार अवश्य मिलेगी -रात्रि ८ से९ |
सूत्र-09897701636,09358885616
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