"देश -विदेश ज्योतिष पाक्षिक विचार 7-मई से 20-मई 2012 तक ?"
मास में 5 सोमवारों का फल श्रेष्ठ हैं ----सोमस्य पञ्च वारास्यु यात्र मासे भवन्ति ही ।
धन -धान्य समृद्धि स्यात सुखं भवन्ति सर्वदा ।।
भाव ---धन -धान्य की बढ़ोत्तरी होगी ।-कल -कारखानों में उत्पादन बढेगा । जिससे आम लोगों में प्रसन्नता बढ़ेगी ।।
------17 मई से ढाई महीने तक चलने वाला विरोधी ग्रह संयोग ग्रस्त करेगा ---
गुरु शुक्रो यदैकस्थो नर युद्दम तदा भवेत् ।
अकाले वा भवेद वृष्टिर जगत्यां नात्र संशयः ।।
भाव - के अनुसार साम्प्रदायिक -दंगें -फसाद , झगडे -झमेले होंगें खूब होंगें ।किसी देश -प्रदेश या महानगर की शामत आ जाये तो आश्चर्य नहीं होगा ।घिनौनी राजनीती के चक्रव्यूह में प्रभावी राजनेता अस्तित्वहीन हो सकते हैं ।
-------तेजी -मंदी ---पदार्थों की वृद्धि होने से मंहगाई कम बढ़ेगी । व्यापारियों को बाजार के रुख को ध्यान में रखते हुए काम करना चाहिए ।भावों में -अकल्पित उलटफेर संभव है ।
------आकाश लक्षण -बुधास्त के प्रभाव से घामा छाई का संयोग बनेगा ।-बूंदा -बंदी होने से गर्मी कुछ कम होगी ।-----सूर्य के साथ चार ग्रह संयोग होने से -तूफान ,अग्निदाह की आशंका बनी रहती है ।इस वर्ष अन्तरिक्ष में विस्मयकारी घटना घट सकती है ।दक्षिण में बेतहासा गर्मी पड़ेगी ।
------अकाल मृत्यु से बचने के लिए नित्य प्रातः काल इस श्लोक का पाठ करें---
मृत्युन्जय महादेव , त्राहिमाम शरणागतम ।
जन्म मृत्यु जरा रोगेह,पिदितम कर्म बंध् नैह ।।
{शब्दों की त्रुटी के लिए क्षमा करें }
--भवदीय ज्योतिष सेवा सदन "झा "शास्त्री "{मेरठ उत्तर प्रदेश }
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---09897701636,09358885616
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