"विस्वावसु" संवत २०६९{२०१२}का संसार के ऊपर प्रभाव ?"
श्रीसंवत २०६९ का शुभारम्भ २२ मार्च २०१२ गुरूवार रात्रि ८.०६ बजे पर उदित कन्या लग्न से हो रहा है | साथ ही कुंडली में भाग्येश धनेश शुक्र आठवे स्थान में विरोधी ग्रह के साथ बैठा है | वर्ष का आरम्भ लग्न पापकर्तरी योग में नेष्ट है |जिस वर्ष की लग्न पापकर्तरी योग में होती है ,उस वर्ष दैहिक ,दैविक एवं भौतिक संताप विशेष होते है | झगडे -झमेले खूब होते हैं | वर्ष का सञ्चालन शुक्र के हाथ में होगा ,जो स्वभावतः -मलेछ प्रवृत्ति एवं स्त्री करक ग्रह है | अतः -स्त्रियों के साथ -साथ नपुंशक ,अल्पसंख्यक ,निम्न्स्रेनी ,नीच प्रकृति के लोगों का वर्चस्व बढेगा |सरकार की सोच भी अयोग्यता की तरफ वोट बैंक की खातिर सिमटती जाएगी |
---अपूज्या यत्र पूज्यन्ते ,पूज्यानाम च व्यतिक्रमः |
त्रोन त्रीनी भविष्यन्ति ,दुर्भिक्षं मरणं भयम ||
-जब अपूज्य लोगों की पूजा होने लगे ,एवं पूज्य लोग अपूज्य हो जाय तो -विनाश के योग बनने लगते हैं |
वर्ष प्रवेश कुंडली में विरोधी ग्रह गुरु शुक्र अष्टम भाव में { गृहयुद्ध लड़ाई -झगडे वाले स्थान पर बैठे हैं } हैं ,इससे स्पष्ट है कि देश में राजा -प्रजाजनों में तथा सम्प्रदायक दंगे -फसाद खूब होंगें | धर्मांध मठाधीश लोलुप्चारि नेता भोली भली जनता को लड्वाएंगें-- गुरु शुक्रो यदैकस्थो नर युध्हम तदा भवेत् |
अकाले वा भवेद वृष्टिरजगत्यां नात्र संशयः ||
भाव -कहीं अकाल पड़ेगा ,कहीं भारी वर्षा होगी ,बर्फबारी होगी ,कहीं सूखा पड़ेगी तो कहीं आंधी -तूफान जानलेवा सीधी होंगें |--पूवी उत्तर प्रदेश ,गुजरात ,झारखण्ड ,छतीसगढ़ ,पंजाब ,जम्मू -कश्मीर तथा हिमाचल में सर्वाधिक उत्पात मचेंगें | सुश्री मायावती तथा मोदीजी की सरकार के लिए समय कुछ अनुकूल नहीं रहेंगें |इस वर्ष चार महानगर ,चार प्रसिद्द देवस्थान ,चार बड़े होटल -ग्रहवेध के कारण त्रस्त होंगें |
भवदीय -"झा शास्त्री {मेरठ }
ज्योतिष सेवा सभी मित्रों के लिए रात्रि ८ से९ रहती है ||
सम्पर्कसूत्र -०९८९७७०१६३६,०९३५८८८५६१६,
श्रीसंवत २०६९ का शुभारम्भ २२ मार्च २०१२ गुरूवार रात्रि ८.०६ बजे पर उदित कन्या लग्न से हो रहा है | साथ ही कुंडली में भाग्येश धनेश शुक्र आठवे स्थान में विरोधी ग्रह के साथ बैठा है | वर्ष का आरम्भ लग्न पापकर्तरी योग में नेष्ट है |जिस वर्ष की लग्न पापकर्तरी योग में होती है ,उस वर्ष दैहिक ,दैविक एवं भौतिक संताप विशेष होते है | झगडे -झमेले खूब होते हैं | वर्ष का सञ्चालन शुक्र के हाथ में होगा ,जो स्वभावतः -मलेछ प्रवृत्ति एवं स्त्री करक ग्रह है | अतः -स्त्रियों के साथ -साथ नपुंशक ,अल्पसंख्यक ,निम्न्स्रेनी ,नीच प्रकृति के लोगों का वर्चस्व बढेगा |सरकार की सोच भी अयोग्यता की तरफ वोट बैंक की खातिर सिमटती जाएगी |
---अपूज्या यत्र पूज्यन्ते ,पूज्यानाम च व्यतिक्रमः |
त्रोन त्रीनी भविष्यन्ति ,दुर्भिक्षं मरणं भयम ||
-जब अपूज्य लोगों की पूजा होने लगे ,एवं पूज्य लोग अपूज्य हो जाय तो -विनाश के योग बनने लगते हैं |
वर्ष प्रवेश कुंडली में विरोधी ग्रह गुरु शुक्र अष्टम भाव में { गृहयुद्ध लड़ाई -झगडे वाले स्थान पर बैठे हैं } हैं ,इससे स्पष्ट है कि देश में राजा -प्रजाजनों में तथा सम्प्रदायक दंगे -फसाद खूब होंगें | धर्मांध मठाधीश लोलुप्चारि नेता भोली भली जनता को लड्वाएंगें-- गुरु शुक्रो यदैकस्थो नर युध्हम तदा भवेत् |
अकाले वा भवेद वृष्टिरजगत्यां नात्र संशयः ||
भाव -कहीं अकाल पड़ेगा ,कहीं भारी वर्षा होगी ,बर्फबारी होगी ,कहीं सूखा पड़ेगी तो कहीं आंधी -तूफान जानलेवा सीधी होंगें |--पूवी उत्तर प्रदेश ,गुजरात ,झारखण्ड ,छतीसगढ़ ,पंजाब ,जम्मू -कश्मीर तथा हिमाचल में सर्वाधिक उत्पात मचेंगें | सुश्री मायावती तथा मोदीजी की सरकार के लिए समय कुछ अनुकूल नहीं रहेंगें |इस वर्ष चार महानगर ,चार प्रसिद्द देवस्थान ,चार बड़े होटल -ग्रहवेध के कारण त्रस्त होंगें |
भवदीय -"झा शास्त्री {मेरठ }
ज्योतिष सेवा सभी मित्रों के लिए रात्रि ८ से९ रहती है ||
सम्पर्कसूत्र -०९८९७७०१६३६,०९३५८८८५६१६,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें